लेखनी कहानी -06-Sep-2022... रिश्तों की बदलतीं तस्वीर..(27)
रवि के फोन रखते ही उसके चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कान देख कर उसके पास बैठा दोस्त गोपाल बोला... :- वाह... यार तेरा सही हैं... एक छोड़ता नहीं हैं दूसरी पहले ही तैयार रहतीं हैं...। वैसे यार ये तो बता अब आगे क्या प्लान हैं तेरा...।
वही जो हर बार होता हैं... मछली फंसी तो ठीक... नहीं फंसी तो भी ठीक... वो नहीं तो कोई ओर सही.. कोई ओर नहीं तो कोई ओर सही...।
अरे यार मछली तो दोनों फंसी हुई हैं.. लेकिन अब आगे करेगा क्या...!
सच बोलूं यार तो सलोनी को छोड़ने का दिल तो नहीं हैं... लेकिन तु तो जानता हैं मैं शादी तो नहीं कर सकता... रहीं बात विनी की तो जब तक चल रहा हैं चलाऊंगा... उसके बाद... किनारे कर दूंगा...।
तेरा सही हैं यार...। मजे ही मजे हैं तेरे तो...।
लेकिन वो सब करने के लिए कुछ प्लान तो बनाया होगा ना...।
प्लान तो इस बार मुझे बनाने की जरूरत ही नहीं पड़ी....। सब कुछ विनी ने पहले से ही बना कर रखा हैं...। तकलीफ बस ये हो गई की ये सलोनी के साथ कुछ ज्यादा ही करीब हो गया... तो... वो...
ओहहहह.... फिर अब...!
कुछ टेंशन नहीं हैं यार.... मैं सोच रहा हूँ... इस मामले को जल्दी खत्म करूँ..!
मतलब...!
मतलब... दो महीने बाद होने वाली शादी पंद्रह दिन में ही हो जाए तो.. ।
लेकिन यार इससे प्रोब्लेम कैसे सुलझाएगा... मैं समझा नही..।
देख यार तु तो जानता हैं... मेरे ये किराए के मां बाप मेरे ही इशारे पर नाचेंगे..। उनको बोलता हूँ... सलोनी के घर पर फोन करके शादी जल्दी करवाने को.. उसके बाद विनी और सलोनी को तैयारियों के लिए यहाँ ही भुला लेता हूँ...। यहाँ भी थोड़ा उन दोनों के साथ वक्त बिताने का मौका मिल जाएगा...। फिर आगे का प्लान तो विनी ने बनाया ही हैं... सब कुछ समेटकर गायब हो जाने का...। पीछे की सारी अपडेट विनी मुझे दे देगी...। अब सलोनी प्रेग्नेंट हैं तो मुझे लगता नहीं हैं उसके घरवाले कुछ ज्यादा खोजबीन करेंगे... उस पर भी विनी को थोड़ा अलर्ट करना पड़ेगा....। सलोनी का मैटर सोल्व करने के बाद... रहीं बात विनी की तो.... वो तो मछली खुद ब खुद जाल में फंस गई हैं.... और उसके तो आगे पीछे कोई हैं भी नहीं तो उसको किनारे करना कोई मुश्किल भी नहीं हैं.....।
लेकिन इन सब में तुझे क्या लगता हैं की सलोनी के पेरेंट्स मान जाएंगे...।
अरे यार... नहीं भी मानेंगे तो... विनी हैं ना... बस प्यार से थोड़ा मस्का लगाना पड़ेगा.....।
गोपाल खिलखिलाते हुए :- ओर उसमें तो तुने मास्टरी करके रखीं हैं....।
चल तु जा तो मैं अपना काम खत्म कर लूँ... फिर निपटता हूँ उन दोनों मछलियों से...।
वो तो ठीक हैं लेकिन इस बार भी मेरा कमीशन टाइम पर दे देना...
अरे हां यार....आज तक कभी देर की हैं क्या...।
चल फिर मिलते हैं... बाय...।
Khushbu
05-Oct-2022 03:38 PM
👏👌🙏🏻
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Palak chopra
30-Sep-2022 12:00 AM
Bahut khoob 💐👍
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Gunjan Kamal
29-Sep-2022 11:22 PM
बहुत ही सुन्दर भाग 👏👌🙏🏻
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